दिल चाहता हैं तुझे निहारती रहू,
अपनी उँगलिया फिरा कर तेरे बाल मैं संवारती रहूँ,
तेरी आंखो मे आंखे डाल बस तुझे निहारती रहूँ||
ख्वाब तो बहुत देखे मैंने, पर सबसे हसीन ख्वाब तुझे पाने का हैं,
और उस ख्वाब से खूबसूरत ये हक़ीक़त हैं,
जिसमे तू मिल गया, अब आख़री ख्वाब ज़िंदगी भर तुझे चाहने का हैं||
दिल चाहता है जाकर ऊंची चोटियो मे तेरा नाम पुकारती रहूँ ,
तू एक बार देख तो सही, फिर मैं तुझे निहारती रहूँ|
बस निहारती रहूँ||
तेरी बांहों मे जन्नत है, तेरी खूशियों ही मेरी मन्नत है,
तू कहे तो तेरे लिए इस जहां से लड़ जाऊँ|
साथ मांगे जो तू मेरा तो ज़िदगी भर साथ निभाऊँ,
बस तेरे लिए जीऊँ तू कहे तो मर भी जाऊँ||
तेरे प्यार से खुद को यूँ ही संवारती रहूँ |
तू एक बार देख तो सही फिर मैं तुझे निहारती रहूँ||
©कनिका_जोशी
wahh wahh wahh
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